दो भाईयों में अंतर होता था तो एक भाई अपनी जेब से थोड़ा व्यय कर दूसरे के बच्चे में उसकी शान बढ़ाता था।
2.
कैसे के बारे में अधिक खाना पकाने और अपने भोजन लेने के लिए बाहर जा रहा बजाय काम के बारे में क्या? थोड़ा व्यय जोड़ सकते हैं.
3.
भारत में सौ करोड़ के जनता हेतु, यदि इस कार्य हेतु थोड़ा व्यय भी हो जाय तो भी अवश्य करना चाहिए ताकि पवित्र धारा जल्द से जल्द बह सके।
4.
क्योंकि लाभ की इच्छा करने वाले को धन मिलता ही है एवं प्राप्त हुए परंतु रक्षा नहीं किये गये खजाने का भी अपने आप नाश हो जाता है और भी यह है कि बढ़ाया नहीं गया धन कुछ काल में थोड़ा व्यय हो कर काजल के समान नाश हो जाता है और नहीं भोगा गया भी खजाना वृथा है।